5 Easy Facts About shayari Described

मुहाल है । शायद इसलिए शाइर ज़िंदगी को जितने ज़ावियों और सूरतों में देखता है, उस को अपने तौर पर पेश करता है । ज़िंदगी के हुस्न की कहानी हो या उस की बद-सूरती का बयान सब को उर्दू शाइरी अपने दामन में समेट कर चलती है । इस का अंदाज़ा यहाँ प्रस्तुत संकलन से लगाया जा सकता है ।

has become presented to express the complex emotion. Like shayari is Probably the most thoroughly written about subject areas in Urdu shayari. Appreciate, as promised, will not conquer all but it does make the world go round.

इसी तथ्य के संदर्भ में ग़ालिब कहते हैं कि चूँकि अल्लाह की ज़ात प्राचीन है इसलिए जब इस ब्रह्मांड में कुछ भी नहीं था तो उसकी ज़ात मौजूद थी और जब कोई हस्ती मौजूद न रहेगी तब भी अल्लाह की ही ज़ात मौजूद रहेगी और चूँकि मैं अल्लाह सर्वशक्तिमान के नूर का एक हिस्सा हूँ और मुझे मेरे पैदा होने ने उस पूर्ण प्रकाश से जुदा कर दिया, इसलिए मेरा अस्तित्व मेरे लिए नुक़्सान की वजह है। यानी मेरे होने ने मुझे डुबोया कि मैं कुल से अंश बन गया। अगर मैं नहीं होता तो क्या होता यानी पूरा नूर होता।

जिस भी किरदार में तू कठपुतली बने, उस रंगमंच की शान बढ़ जाए, कर तो कुछ ऐसा कर!

अगर आए तुम्हे हिचकियाँ, तो माफ़ करना मुझे,

तेरे एहसासों में जो मजा है वो नीद में कहां।

दिल से निकले हुए लफ्ज़ हमेशा असर लाते हैं, जैसे कि ईमानदारी से किया हुआ काम।

क्योंकि मैं उनसे अब और कुछ मांगता ही नहीं।

इसी नज़रिए से प्रभावित हो कर ग़ालिब ने ये ख़याल बाँधा है। शे’र की व्याख्या करने से पहले ये जानना ज़रूरी है कि ख़ुदा की ज़ात सबसे पुरानी है। यानी जब दुनिया में कुछ नहीं था तब भी ख़ुदा की ज़ात मौजूद थी और ख़ुदा की ज़ात हमेशा रहने वाली है। अर्थात जब कुछ भी न होगा तब ख़ुदा की ज़ात मौजूद रहेगी। यहाँ तात्पर्य क़यामत से है जब अल्लाह के हुक्म से सारे प्राणी ख़त्म हो जाएंगे और अल्लाह सर्वशक्तिमान अकेला व तन्हा मौजूद रहेगा।

चकबस्त का ये शे’र बहुत मशहूर है। ग़ालिब ने क्या ख़ूब कहा था;

Ghazals in Hindi are samples of how it has flourished in One more language. It's supplied increase to new themes and designs of composition. During this area, Now we have presented some ghazals which became an integral A part of Hindi poetry.

Shayaris have enthralled us for years. They have got supported us through rough situations. Their short lengths but hard-hitting and meaningful texts have made them immensely popular in addition to a handy means of conversation, a great deal so that ‘Shayari evenings’ are structured in some places to rejoice and appreciate this Component of jap literature.

Allama Iqbal was a grasp shayar and his shayaris have gained an unlimited volume of recognition. Here's fifteen of his shayaris so that you can see what we mean once we claim that he was among the best shayars during the subcontinent.

अपने साहस को ताकत समझ shayri रण में जो तुम आए हो इसे व्यर्थ मत जाने देना।

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